Jyoti

उसने कहा बदसूरत  दिखती हू  मैं ,

मैंने भी पूछ लिए क्यूँ ..???

उसने कहा क्योंकि गरीब हू मैं ,

स्थिर सा रह गया उसका जवाब सुन कर मैं ,

सोचने लगा कही सही तो नहीं कह रही वो ,

आजकल के बदलते ज़माने में खूबसूरती को अमीरी से ही जाना जाता है ।

फिर अंदर से एक आवाज़ आयी  ,

जिसने खूबसूरती की पहचान करवाई ।

मैं  मुडा उसकी तरफ और बोला,

बेशक़ गरीब हो तुम पर खूबसूरत हो तुम ।

उसने कहा कपडे मैले हैं  मेरे ,

मैंने कहा चरित्र साफ़ है तुम्हारा ।

उसने कहा चेहरा मुरझाया है मेरा ,

मैंने कहा आँखों में चमक  है तुम्हारे ।

उसने कहा जूते फटे है मेरे ,

मैंने कहा कदमो में जान है तुम्हारे ।

उसने कहा हाथ गंदे है मेरे ,

मैंने कहा इन्ही में पहचान है तुम्हरी।   ,

उसने कहा फुटपाथ पे रहती हू  मैं ,

मैंने…

View original post 482 more words

Published by Jyoti

I am a System Engineer by profession. I am an extrovert person who loves adventure and being happy. I keep myself and people around me motivated.. I believe in myself. I have a good power of expression. People always find me friendly within my limits.

Join the Conversation

5 Comments

Leave a comment